Japan’s PM Shigeru Ishiba decided to resign: जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) में संभावित विभाजन को रोकने के लिए इस्तीफा देने का फैसला किया है। यह कदम जुलाई 2025 में हुए ऊपरी सदन (हाउस ऑफ काउंसिलर्स) के चुनाव में LDP-कोमेटो गठबंधन की हार के बाद उठाया गया है।
NHK की रिपोर्ट के अनुसार, इशिबा ने पार्टी में एकता बनाए रखने के लिए यह निर्णय लिया और रविवार (7 सितंबर 2025) को शाम 6 बजे (स्थानीय समय) प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं।
ऊपरी सदन में हार और LDP की मुश्किलें
जुलाई 2025 के ऊपरी सदन चुनाव में LDP और उसके सहयोगी कोमेटो को 248 सीटों वाले सदन में बहुमत के लिए जरूरी 50 सीटों के बजाय केवल 47 सीटें मिलीं। इससे गठबंधन ने ऊपरी सदन में बहुमत खो दिया।
इसके पहले, अक्टूबर 2024 में निचले सदन (हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स) के चुनाव में भी LDP को पिछले 15 सालों में सबसे खराब प्रदर्शन का सामना करना पड़ा था, जिससे इशिबा की सरकार पहले ही कमजोर हो चुकी थी।
पार्टी के भीतर बढ़ता दबाव
इशिबा, जो अक्टूबर 2024 में LDP के उदारवादी धड़े के नेता के रूप में सत्ता में आए थे, को दक्षिणपंथी धड़े से इस्तीफे के लिए लगातार दबाव का सामना करना पड़ा। LDP के सांसद हिरोशी यमادا और एकेई सुजुकी ने सार्वजनिक रूप से उनकी आलोचना की, और पार्टी के भीतर जल्द नेतृत्व चुनाव की मांग तेज हो गई।
सोमवार को LDP सांसदों की बैठक में असाधारण नेतृत्व चुनाव पर फैसला होना था, जो इशिबा के लिए वर्चुअल अविश्वास प्रस्ताव की तरह था।
अमेरिका के साथ टैरिफ वार्ता
इशिबा ने पहले इस्तीफे की मांगों का विरोध करते हुए कहा था कि वह अमेरिका के साथ चल रही टैरिफ वार्ताओं को पूरा करने के लिए पद पर बने रहेंगे। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जापान पर लगने वाले टैरिफ को 25% से घटाकर 15% करने की घोषणा की थी।
इशिबा ने इसे राष्ट्रीय हितों के लिए अहम बताया था और कहा था कि वह “राजनीतिक शून्यता” से बचना चाहते हैं। हालांकि, ऊपरी सदन की हार और पार्टी के भीतर बढ़ते असंतोष ने उनके लिए सत्ता में बने रहना मुश्किल कर दिया।